Lesson - क्त्वा
क्त्वा/ल्यप्
- क्रियाद्वयम् आवश्यकम्
- द्वयोः क्रिययोः कर्ता एकः एव आवश्यकः
- या क्रिया समाप्ता भवति तत्र क्त्वाप्रत्ययः भवति।
- रामः पठति। ततः परम् अन्नम् खादति।
- पठनम् पूर्वम् सम्पन्नम्। ततः परम् अन्नभक्षणम्।
- अत एव पठ्-धातोः परम् क्त्वाप्रत्ययः देयः।
तदा
वाक्यम् भवति -
रामः
पठित्वा अन्नम्
खादति
क्त्वाप्रत्ययस्य
त्वा इति भागः व्यवहारे बहुविधः
अस्ति।
तथाहि
- तकारस्य
ध्, ट्,
ढ् इति
परिवर्तनम् अधः लिखितम् अस्ति।
पठित्वा इत्वा
कृत्वा त्वा
लब्ध्वा ध्वा
दृष्ट्वा ट्वा
सोढ्वा ढ्वा
अभ्यासः - अर्थबोधपूर्वकम् वाक्यानि बहुधा पठन्तु। यदा स्वयम् लीलया एवम् वाक्यम् रचयितुम् समर्थः भवेत् तदा एव पाठाध्ययनम् सफलम् बाद्धव्यम्।
1 | सीता | मृगम् | दृष्ट्वा | रामम् m | वदति |
2 | deer | see | speak | ||
3 | श्रद्धालुः | देवम् | अर्चित्वा | सुखम् n | अनुभवति |
4 | devout | god | worship | joy | experience |
5 | कृपणः | धनम् | अर्जित्वा | कोषम् 2 | वर्धयति |
6 | miser | wealth/money | earn | treasury/store | increase |
7 | जनः | विद्याम् | अर्थित्वा | ज्ञानी | भवति |
8 | person | knowledge | want/desire | wise | become |
9 | भगवान् | भक्तान् | अवित्वा | कृपाम् | करोति |
10 | Lord | devotee | protect | grace/favor | do |
11 | तस्करः | सन्न्यासी | भूत्वा | जनान् | वञ्चयति |
12 | robber/thief | monk | happen | people | cheat/decieve |
13 | मुमुक्षुः | ज्ञानम् | आप्त्वा | मुक्तः | भवति |
14 | wishing liberation | knowledge | get | liberated | become |
15 | नृपः | सिंहासनम् | आसित्वा | राज्यम् n | चालयति |
16 | king | throne | sit | kingdom | run |
17 | शिष्यः | ग्रन्थम् | पठित्वा | विद्याम् | अर्जति |
18 | disciple | scripture/book | read/study | knowledge | earn |
19 | शाक्तः | भक्तिम् | इष्ट्वा | दुर्गाम् | पूजयति |
20 | devotee of Shakti | devotion | desire | worship | |
21 | बुद्धिमान् | स्थानम् | ईक्षित्वा | पादम् n | स्थापयति |
22 | brilliant | place | see | step/foot | place |
23 | विदूषकः | विनोदान् | कथयित्वा | जनान् | रञ्जयति |
24 | joker | joke | speak/tell | people | gratify |
25 | वातेन | वृक्षाः | कम्पित्वा | उन्मूलाः | भवन्ति |
26 | wind | tree | shake | uprooted | become |
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